डेली संवाद, नई दिल्ली। Cow Milk Side Effects: पुराने जमाने में बच्चे के जन्म लेने के बाद से ही उसे गाय का दूध पिलाना शुरु कर दिया जाता था, लेकिन आजकल डॉक्टर एक साल से कम उम्र के बच्चों को गाय का दूध पिलाने के लिए मना करते हैं। इसकी जगह डॉक्टर बच्चों को फॉर्मूला मिल्क देने की सलाह देते हैं।
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हालांकि फॉर्मूला मिल्क भी गाय के दूध से ही बना होता है, लेकिन इसे बच्चे के पाचन के हिसाब से तोड़-मरोड़ कर दिया जाता है। लेकिन आखिर क्यों एक साल से कम उम्र के बच्चे को गाय का दूध पिलाने से मना किया जाता है आइए जानते हैं।
हेल्थ एक्सपर्ट एक साल से कम उम्र के बच्चे को गाय का दूध पिलाने से मना इसलिए करते हैं क्योंकि इस दौरान बच्चे का पाचन तंत्र नाजुक रहता है। ऐसे में बच्चे को गाय का दूध पीने से पाचन संबंधी समस्या हो सकती है। दरअसल, गाय के दूध में अधिक मात्रा में सोडियम, प्रोटीन और पोटैशियम पाया जाता है, जो बच्चे को हजम करने में मुश्किल होता है।
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वहीं बच्चे को शुरुआती विकास के दौरान आयरन, विटामिन-ई और फैटी एसिड की जरूरत होती है, जो दूध में कम मात्रा में पाया जाता है, इसलिए उनके ग्रोथ के लिए डॉक्टर गाय का दूध रेकमेंड नहीं करते। गाय के दूध में आयरन की कमी से कई बार बच्चों में एनीमिया की शिकायत भी हो जाती है।
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कब से पिला सकते हैं गाय का दूध?
बच्चे के एक साल होने के बाद उसे गाय का दूध पिलाया जा सकता है। इस दौरान उसे फुल फैट मिल्क दिया जा सकता है। हालांकि दिन में 400 मिली के ज्यादा दूध देने की बच्चे को जरूरत नहीं होती।
गाय के दूध के फायदे
बच्चे को गाय का दूध देने से उसकी कैल्शियम की कमी दूर होती है। इससे उसका मानसिक स्वास्थ्य भी सही होता है।
गाय के दूध में मौजूद कैल्शियम से बच्चे की हड्डियां मजबूत होती है।
गाय के दूध में मौजूद प्रोटीन, फैट जैसे पोषक तत्व बच्चे के विकास के लिए आवश्यक है।