डेली संवाद, कनाडा। Study In Canada: भारत (India) और कनाडा (Canada) के बीच रिश्तों में इस समय काफी तनाव है। इसको लेकर कई भारतीय असमंजस में हैं कि राजनयिक विवाद का आव्रजन, कार्य और छात्र वीजा पर इसका क्या असर पड़ेगा।
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लोगों के मन में सवाल है कि क्या भविष्य में कनाडा के भारत के साथ रिश्ते सुधरेंगे? विशेषज्ञों का मानना है कि मौजूदा राजनयिक विवाद का सीधा असर वीजा नीतियों पर पड़ने की संभावना थी, लेकिन ऐसा नहीं है।
कनाडा वीजा (Canada Visa) जारी कर रहा है लेकिन जो बच्चे और उनके माता-पिता कनाडा जा रहे हैं वे फिलहाल अपने बच्चों को इस समय कनाडा नहीं भेज रहे हैं। पिछले साल कनाडा के प्रधानमंत्री ने भारत सरकार पर कनाडा में खालिस्तान समर्थक नेता हरदीप सिंह निज्जर की हत्या में शामिल होने का आरोप लगाया था।
इसी के बाद दोनों देशों के बीच तनाव बढ़ गया है। तभी भारत ने इन आरोपों का खंडन किया था। इसका सबसे बड़ा असर आप्रवासन उद्योग पर पड़ा है। कनाडा जाने वाले छात्रों की संख्या में करीब 70 फीसदी की कमी आई है। कनाडा जाने वाले ज्यादातर लोग पंजाबी हैं, इसके बाद हरियाणवी और गुजराती भी इस लिस्ट में टॉप पर हैं।
ऐसे में दोनों देशों के बीच चल रहे विवाद के कारण जो छात्र कनाडा जाकर अपना भविष्य बनाना चाहते हैं, वे कनाडा के बजाय दूसरा विकल्प तलाशने लगे हैं। विशेषज्ञों के मुताबिक, कनाडाई वीजा में गिरावट दोनों देशों के बीच कड़वाहट के कारण है।
इसके अलावा, दूसरा सबसे बड़ा कारण यह है कि कनाडा ने अपने विश्वविद्यालयों और कॉलेजों में प्रवेश के लिए जीआईसी खाते की राशि दोगुनी कर दी है। ऐसे में भारतीय छात्र फिलहाल कनाडा की जगह दूसरे विकल्प तलाश रहे हैं।